शारदीय नवरात्रि श्रध्देय की विशेष कक्षा से.. का सप्तम दिन
नवरात्रि का सप्तम दिवस मां कालरात्रि को समर्पित हैं। अंधकार के समान काला शरीर धारण कर शुम्भ - निशुम्भ और आसुरिक रक्तबीज के संहार के लिए माँ दुर्गा ने अपना सातवां अवतार माँ कालरात्रि के रूप में लिया। कालरात्रि का तात्पर्य होता है 'तमस का अंत'। रजोगुण व तमोगुण का क्षय करने वाली माता कालरात्रि शांति, समृद्धि व वैभव की दात्री मानी जाती हैं। इसी दिन श्रद्धेय कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्डया जी द्वारा, शारदीय नवरात्रि की विशेष कक्षा में श्रीमद्भगवद्गीता के छठवें अध्याय के 16वें श्लोक का वर्णन किया गया। योग व सिद्ध योगी के व्यवहार का सीधा सम्बन्ध स्वास्थ्य एवं चिंतन से होता है।
श्रद्धेय कहते हैं, कि भोजन व शयन का हमारी जीवनचर्या से गहरा सम्बन्ध है। किन्तु किसी भी क्रियाकलाप का स्वल्प या कम अथवा अति या अधिक होना दोनों ही नुकसानदेह होता है। जब हम अपनी जीवनचर्या में उचित नियमों की अवहेलना करते हैं, हम प्राकृतिक संतुलन पर भी हस्तक्षेप करते हैं। उम्र के बदलते पड़ावों के साथ शयन व भोजन की आवश्यकताएं भी बदलती जाती हैं, जिसका आकलन व निर्णय मनुष्य को स्वयं ही करना चाहिये।
शारदीय नवरात्रि श्रध्देय की विशेष कक्षा से.. का आंठवा दिन
आदिशक्ति मां दुर्गा का अष्टम रूप महागौरी है। इस उत्साहमयी अवधी का आठवां दिन मां महागौरी को समर्पित है, यह पवित्रता, शांति, ज्ञान और तपस्या का प्रतीक हैं। अष्टांग योग की महागौरी सौभाग्य, धन-संपदा, सौंदर्य और स्त्री जनित गुणों की अधिष्ठात्री देवी हैं। भगवान शिव ने मां काली पर गंगाजल छिड़का तो वह महागौरी हो गई। महागौरी सृष्टि का आधार एवं अक्षत सुहाग की प्रतीक हैं।
श्रद्धेय
ने बताया कि जीवनशैली हमारे व्यक्तित्व और उत्कृष्टता को गढ़ती है। जीवनशैली का
अर्थ मनःस्थिति और परिस्थिति के बीच संतुलन बनाए रखने से है। श्रद्धेय,
युक्त कर्म का वर्णन करते हुए कहते हैं कि युक्त पुरुष कर्मफल का त्याग करके परम
शान्ति को प्राप्त होता है। सुख और दुख का
सम्बन्ध मनुष्य की आन्तरिक स्थिति से है। जैसा मनुष्य का आन्तरिक स्तर होगा उसी के
जैसे सुख दु:ख की अनुभूति होगी। व्यक्ति के कर्म ही व्यक्ति के जन्मों
का निवारण करता है, इसीलिए जीवन एक कल्प वृक्ष है, कर्मों के भार से मुक्ति के लिए, प्रति एक कर्म को समय पर करना आवश्यक है,
इन्हीं कर्मों का अधूरा रह जाना पुर्नजन्म का कारक बनता है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें